कोठारी की नियुक्ति से भाजपा- कांग्रेस में अब बढ़ सकता है वाकयुद्ध

नई दिल्ली। देश में कोरोना वायरस संकट के बीच आज आईएएस अधिकारी संजय कोठारी ने शनिवार को केंद्रीय सतर्कता आयुक्त (सीवीसी) के रूप में शपथ ली। राष्ट्रपति भवन द्वारा जारी एक बयान में यह जानकारी दी गई। बयान में कहा गया, “राष्ट्रपति भवन में आज सुबह 10.30 शपथ ग्रहण समारोह आयोजित हुआ जिसमें संजय कोठारी ने केंद्रीय सतर्कता आयुक्त के रूप में राष्ट्रपति के समक्ष अपने पद की शपथ ली।”
इस दौरान तमाम अधिकारी और सहायक सामाजिक दूरी का पालन करने के साथ-साथ मास्क लगाए नजर आए।
कोठारी राष्ट्रपति के सचिव रहे हैं और पहले, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता वाली एक उच्चाधिकार प्राप्त समिति द्वारा नए मुख्य सतर्कता आयुक्त के रूप में चुने गए थे।
उन्हें बहुमत से चुना गया था।
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सीवीसी स्वायत्त स्थिति के साथ भ्रष्टाचार नियंत्रण संस्था है। यह किसी भी कार्यकारी प्राधिकरण के नियंत्रण से मुक्त है। इसके पास केंद्र सरकार की सभी सतर्कता गतिविधियों की निगरानी की जिम्मेदारी भी है।
उल्लेखनीय है कि हरियाणा कैडर के 1978 बैच के आईएएस अधिकारी कोठारी कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग के सचिव पद से जून 2016 में सेवानिवृत्त हुए थे। उन्हें नवंबर 2016 में लोक उद्यम चयन बोर्ड (पीईएसबी) का प्रमुख नियुक्त किया गया था। कोठारी को जुलाई 2017 में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के सचिव पद पर नामित किया गया था।
पीएम मोदी के नेतृत्व में एक उच्चस्तरीय चयन समिति ने फरवरी में कोठारी के नाम की अनुशंसा की थी। उस समय कांग्रेस ने इसका विरोध करते हुए केंद्रीय सतर्कता आयुक्त की नियुक्ति के लिए अपनाई प्रक्रिया को ‘‘गैरकानूनी और असंवैधानिक’’ बताया था और फैसले को तत्काल वापस लेने की मांग की थी।
कोठारी की नियुक्ति से सत्तारूढ़ बीजेपी और विपक्षी दल कांग्रेस के बीच अब वाकयुद्ध बढ़ सकता है। उनकी नियुक्ति पर प्रतिक्रिया देते हुए फरवरी में कांग्रेस प्रवक्ता मनीष तिवारी ने केंद्रीय सतर्कता आयुक्त की नियुक्ति के लिए फिर से आवेदन आमंत्रित करते हुए नए सिरे से प्रक्रिया शुरू करने की मांग की थी।